याद करने से आया कुछ याद मुझे ,
के कुछ रखना है याद मुझे और
कुछ है जाना भूल , पर क्या रखना है
याद और क्या जाना है भूल ये याद नहीं मुझे
याद है मुझे कुछ अच्छे और कुछ बुरे पल ,
किस्से जाऊँ में भूल , दोनों है अनमोल मेरे लिए ,
क्या भूल जाऊँ उन अच्छे पलों को जो याद दिलाते है ,
मेरे बीते कल के सुनहरे लम्हे ,
या भूल जाओं में बीते कल के बुरे यादों को ,
जो मुझे दिलाते है एहसास के में न करूँ
वो गलतियाँ आने वाले कल में ,
मैं हूँ बड़े कशमकश में किस्से जाओं
भूल आपने कल को या आपने आज को
Roushan
wat a great yaadein………
bhaut ache rang hai ..lebles shayad kaphi banaye hai apne hai na…
acha ahsaas bayani ka tareeka hai apka